आज से चालू हो गया नगवां चोचकपुर घाट के बीच गंगा नदी पर बना पीपा का पुल
इस पुल पर यातायात शुरू होने से लोगों को कम से कम 50 से 55 किलोमीटर की किलोमीटर की लंबी दूरी तय करने से राहत मिल जाएगी।
चन्दौली जिले को गाजीपुर जनपद से जोड़ने वाला नगवां चोचकपुर घाट के बीच गंगा नदी पर बना पीपा पुल सोमवार के दोपहर 2 के बाद आम लोगों के आवागमन के लिए खोल दिया गया है। पीपा पुल के तैयार हो जाने के बाद से स्थानीय लोगों को आने-जाने में भारी सहूलियत मिलने लगेगी।आपको बता दें कि हर साल 15 जून के बाद गंगा में जलस्तर बढ़ने की वजह से पीप का पुल खोल दिया जाता है और जब बरसात के बाद जलस्तर घटता है तो इसे फिर से चालू कर दिया जाता है। आमतौर पर इस पुल को 15 नवंबर के बाद खोला जाता है, लेकिन लोक निर्माण विभाग ने तेजी से पीपे के पुल का निर्माण कराकर 15 नवंबर के पहले ही चालू कर दिया है, जिससे दो पहिया और पैदल यात्री आसानी से गंगा नदी पार करके गाजीपुर आ जा सकते हैं।लोगों का कहना है कि इस पुल पर यातायात शुरू होने से लोगों को कम से कम 50 से 55 किलोमीटर की किलोमीटर की लंबी दूरी तय करने से राहत मिल जाएगी। लोगों का कहना है कि इस पीपे के पुल के चालू होने के बाद से चंदौली से गाजीपुर की दूरी करीब 25 से 30 किलोमीटर कम हो जाती है। दोनों जिलों के गंगा के किनारे बसे कई गांवों के लोग आसानी से इस पर से उसे पर आ जा सकते हैं।बताया जाता है कि रामपुर मांझा, चोचकपुर, करंडा, मैनपुर, नंदगंज, जंगीपुर, गाजीपुर तक के लोग व्यापार और व्यवहार के लिए एक दूसरे के पास दूसरे जिले में आते जाते रहते हैं। पीपा के पुल की वजह से लोगों को राहत मिलेगी।आपको बता दें कि यहां पर पुल की मांग को अक्सर धानापुर विकास मंच के द्वारा उठाया जाता है और यहां पर पीपा का पुल की बजाय पक्के और अस्थाई पुल की मांग की जा रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि विधायक सुशील सिंह की पहल के बाद जल्द ही इस मांग को पूरा किया जाएगा।लोक निर्माण के विभाग के अवर अभियंता आरके चौहान का कहना है कि जनता की मांग को देखते हुए पुल को निर्धारित तिथि के 5 दिन पहले ही आवागमन के लिए तैयार कर खोल दिया गया है, ताकि लोगों को सुविधा हो सके।